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सपने / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अमर नदीम

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अपने सपनों को कसकर थामे रहो
क्योंकि अगर सपने मर जाते हैं
तो जीवन एक टूटे हुए पंखों वाली चिड़िया
बन कर रह जाता है
जो उड़ नहीं सकती।

अपने सपनों को कसकर थामे रहो
क्योंकि जब सपने चले जाते हैं
जीवन एक बर्फ़ीली क़ब्र के तले दबा हुआ
एक बंजर खेत भर रह जाता है।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अमर नदीम