समधिन हो मैं तो खड़ा किया,
नौसे को आज तोहरे दुआर ।
समधिन हो मिसवइबू की नाहीं,
मिट्टी से आपने सर के बार ।
समधिन हो ...........।
समधिन हो लगवइबू की नाहीं,
नाउन से तेल अपने कपार ।
समधिन हो ...........।
समधिन हो गुथवइबू की नाहीं,
मोती, मूंगा अपने गर के हार ।
समधिन हो ........ ।