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सरल गिलहरी / अहद प्रकाश

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नीम की छैयाँ ता-था-थैया
आई गिलहरी देखो भैया,
दौड़ रही है, नाच रही है
खेल रही है खो-खो भैया!

ऊपर आती, नीचे जाती
डाली पर झटपट चढ़ जाती,
कुतर रही है जाने क्या यह
आहट पाते ही छिप जाती!

चंचल, सुंदर, सबसे न्यारी
प्यारी-प्यारी सरल गिलहरी,
माँ को बहुत भली लगती है
सिया-राम की चपल गिलहरी!