भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

साँचा:KKPoemOfTheWeek

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
धूप की क़िस्में
Kk-poem-border-1.png

धूप की कई क़िस्में होती हैं गुनगुनी धूप गुलाबी धूप नम धूप तीखी धूप बदन सहलाती मुलायम धूप

धूप के कई रंग होते हैं सुनहरी धूप हल्दी के रंग की पीली धूप पेड़ों से छन कर आती हरी धूप

सबसे अच्छी धूप -- हाड़ कँपाता जाड़ा झेलते ग़रीब का तन गरमाने के लिए घने कोहरे को भेद कर बाहर आने को आकुल धूप...