भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सात हाइकु / कोबायाशी इस्सा / सौरभ राय

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

स्थिरता –
झील की गहराई में
बादल।

नक़ल करते बच्चे
जलकौवों से
सुन्दर।

चंचल टिड्डे
ध्यान से – कुचलो मत
ओस की मोतियों को।

हे घोंघे
फूजी पर्वत पर चढ़ो
मगर धीरे-धीरे !

प्रतिबिम्बित –
पतंगे की पुतली में
पहाड़।

जन्म के समय स्नान
मृत्यु के समय स्नान
कितना निरर्थक !

बसन्त में बारिश
प्यारी लड़की
लेती जम्हाई।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : सौरभ राय