सुरंगतटी रसखानमही धनकोशभरी यहु नाम रह्यो ।
पद तीन बनाय रच्यौ बहु विस्तार वेगु नहीं जात कह्यो ।
इन तीन पदों के बखान बस्यो अक्षर एक ही एक लह्यो ।
धनराज सुदर्शन शाहपुरी टिहिरी यदि कारन नाम गह्यो ।।
सुरंगतटी रसखानमही धनकोशभरी यहु नाम रह्यो ।
पद तीन बनाय रच्यौ बहु विस्तार वेगु नहीं जात कह्यो ।
इन तीन पदों के बखान बस्यो अक्षर एक ही एक लह्यो ।
धनराज सुदर्शन शाहपुरी टिहिरी यदि कारन नाम गह्यो ।।