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"सुरहिन गइया के गोबर मँगा ले ओ / छत्तीसगढ़ी" के अवतरणों में अंतर

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

सुरहिन गइया के गोबर मंगाले ओ

हाय, हाय मोर दाई खूंट धर अंगना लिपा ले ओ
खूंट धर अंगना लिपा ले ओ

हाय, हाय मोर दाई मोतियन चौंक पुरा ले ओ
मोतियन चौंक पुरा ले ओ

हाय, हाय मोर दाई सोने के कलसा मंढ़ाले ओ
सोने के कलसा मंढ़ाले ओ

हाय, हाय मोर दाई सोने के बतिया लगा ले ओ
सोने के बतिया लगा ले ओ

हाय, हाय मोर दाई सुरहिन घीव जला ले ओ
सुरहिन घीव जला ले ओ