Last modified on 31 मार्च 2017, at 12:16

सूखे फूल / आभा पूर्वे

आज भी बिखरी हैं
फूलों की वे
पंखुड़ियाँ
मेरे आस-पास
तुम
करीब आकर तो देखो
पंखुड़ियों को
फूल बना दूंगी ।