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सूरज के जैसी गोलाई, चंदा सी ठंडक पाई / शैलेन्द्र

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सूरज के जैसी गोलाई
चन्दा सी ठण्डक भी पाई
खनके तो प्यारे दुहाई
तेरी धूम हर कहीं
तुझसा यार कोई नहीं
हमको तो प्यारे तू सबसे प्यारा
लई-लई-लई-लई तेरी धूम


दुनिया की गाड़ी का पहिया
तू चोर तू ही सिपहिया
राजों का राजा रूपैया
दुनिया की गाड़ी का पहिया
तेरी धूम हर कहीं
तुझसा यार कोई नहीं
हमको तो प्यारे तू सबसे प्यारा
लई-लई-लई-लई तेरी धूम

बूढ़ों की तू ही जवानी
बचपन की दिलकश कहानी
तेरे बिना दूध पानी
तेरी धूम हर कहीं
तुझसा यार कोई नहीं
हमको तो प्यारे तू सबसे प्यारा
लई-लई-लई-लई तेरी धूम

दौलत का मज़हब चलाके
हम एक मन्दिर बनाके
पूजेंगे तुझको बिठाके
दौलत का मज़हब चलाके
जय-जय-जय-जय तेरी धूम हर कहीं
तुझसा यार कोई नहीं
हमको तो प्यारे तू सबसे प्यारा
लई-लई-लई-लई तेरी धूम