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"सोख न लेना पानी / कुँअर बेचैन" के अवतरणों में अंतर

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मन की मीन सयानी !<br>
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नाच रहा है मन पायल का
 
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बहती नदिया सारा जीवन<br>
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मन की कोई बात पुरानी !
जिस पर तैर रहा नावों-सा<br>
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हर घुँघुरू अलबेला<br>
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मन की कोई बात पुरानी !<br>
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10:41, 1 जुलाई 2013 के समय का अवतरण

सूरज !
सोख न लेना पानी !

तड़प तड़प कर मर जाएगी
मन की मीन सयानी !
सूरज, सोख न लेना पानी !

बहती नदिया सारा जीवन
साँसें जल की धारा
जिस पर तैर रहा नावों-सा
अंधियारा उजियारा
बूंद-बूंद में गूँज रही है
कोई प्रेम कहानी !
सूरज, सोख न लेना पानी !

यह दुनिया पनघट की हलचल
पनिहारिन का मेला
नाच रहा है मन पायल का
हर घुंघुरू अलबेला
लहरें बाँच रही हैं
मन की कोई बात पुरानी !
सूरज, सोख न लेना पानी !