Last modified on 24 जून 2008, at 02:11

सोमालिया / कुमार मुकुल

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:11, 24 जून 2008 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कुमार मुकुल |संग्रह=परिदृश्य के भीतर / कुमार मुकुल }} मु...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मुट्ठी भर

अन्न के लिए

गोलियाँ

मुट्ठी भर


और सभ्यता के कगार पर

आ पहुँचे हम।


(रचनाकाल : 1994)