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सौगात में कुछ नहीं मिलता / विस्साव शिम्बोर्स्का

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सौगात में कुछ नहीं मिलता
जो भी है कर्ज़ है
सिर से पैर तक कर्ज़ में डूबे हैं हम
अपने अस्तित्व का कर्ज़ चुकाना है
स्वत्व देकर
ज़िन्दगी के लिए जान देनी होगी ।

यहाँ यही व्यवस्था है
दिल लौटाना होगा
और जिगर भी
हाथ-पैर की उँगलियाँ तक
वापिस चली जाएँगी

अब तुम चाहो तो भी यह क़रारनामा
फाड़कर फेंक नहीं सकते
चुकाने ही होंगे कर्ज़
चाहे अपनी खाल बेचकर चुकाओ
कर्ज़दारों की भीड़ में मैं इस ग्रह पर
भटकने के लिए छोड़ दी गई हूँ
कोई अपने परों के कर्ज़ से लदा है तो कोई परवाज़ के
कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें चाहे - अनचाहे
एक-एक फूल, एक-एक पत्ते का कर्ज़ चुकाना है

हमारा रेशा-रेशा उधार है
एक कण भी बचाया नहीं जा सकता
यह फ़ेहरिस्त
— कभी न ख़त्म होने वाली फ़ेहरिस्त बताती है
कि हमें ख़ाली हाथ ही नहीं,
बिना हाथों के लौटना है
अब कुछ याद नहीं
कि मैंने कब, कहाँ, क्यों और किसे
अपने नाम पर यह उधार-खाता खोलने दिया

हम इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते हैं
शायद यह आवाज़ ही आत्मा है
हमारी एकमात्र चीज़
जो इस फ़ेहरिस्त में शामिल नहीं है।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : विजय अहलूवालिया