http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%97%E0%A4%BF%E0%A4%A4_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AE%E0%A5%83%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A4%BE_%E0%A4%B6%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%BE&feed=atom&action=historyस्थगित प्रतीक्षा / मृदुला शुक्ला - अवतरण इतिहास2024-03-28T19:30:31Zविकि पर उपलब्ध इस पृष्ठ का अवतरण इतिहासMediaWiki 1.24.1http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%97%E0%A4%BF%E0%A4%A4_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%BE_/_%E0%A4%AE%E0%A5%83%E0%A4%A6%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A4%BE_%E0%A4%B6%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%BE&diff=242164&oldid=prevSharda suman: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मृदुला शुक्ला |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पृष्ठ बनाया2018-02-07T10:54:41Z<p>'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मृदुला शुक्ला |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
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|रचनाकार=मृदुला शुक्ला<br />
|अनुवादक=<br />
|संग्रह=<br />
}}<br />
{{KKCatKavita}}<br />
<poem><br />
सुदूर पहाड़ी <br />
नीरव एकांत <br />
आखिरी रेलवे स्टेशन<br />
हिचकियाँ ले लेकर रोता है<br />
रात भर <br />
इस सूचना से <br />
स्थगित कर दी गयी है <br />
शाम को आने वाली<br />
इकलौती रेलगाड़ी<br />
<br />
वो जीता है <br />
इक्के दुक्के <br />
उतरने वाले यात्रियों के <br />
चेहरे की अकुलाहट <br />
जल्दी घर पहुँचने की<br />
<br />
पहर भर उदास रहता है<br />
जब गाडी के चले जाने पर <br />
हाथ हिलाता मुसाफिर <br />
गाडी में बैठ कर भी <br />
आधा रह जाता है वहीँ <br />
उतर कर <br />
खिडकियों के रास्ते<br />
<br />
गार्ड की हरी लाल झंडिया <br />
स्टशन पर बजने वाला घड़ियाल <br />
सिग्नल की जलती बुझती बत्तियां <br />
चाय वालों के चाय गरम <br />
के समवेत स्वर <br />
पड़ाव होते है<br />
उसकी प्रतीक्षा यात्रा में<br />
<br />
वो जीवित रहता है <br />
प्रतीक्षा में, मेरी तरह <br />
वो भी भली भांति जानता <br />
है स्थगित प्रतीक्षा का सही अर्थ <br />
</poem></div>Sharda suman