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हँसना सेहत के लिए / त्रिलोक सिंह ठकुरेला

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हँसना सेहत के लिए, अति हितकारी मीत।
कभी न करें मुकाबला, मधु, मेवा, नवनीत॥
मधु, मेवा, नवनीत, दूध, दधि, कुछ भी खायेँ।
अवसर हो उपयुक्त, साथियो हँसे - हँसायें।
'ठकुरेला' कविराय, पास हँसमुख के बसना।
रखो समय का ध्यान, कभी असमय मत हँसना॥