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हमको प्राणों से प्यारा / उर्मिल सत्यभूषण

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हमको प्राणों से प्यारा यह देश है
सारी दुनिया से न्यारा यह देश है
ये पर्वत, ये जंगल, ये नदियों का पानी
यह माटी की खुशबू, ये पवनें सुहानी
कहती कहानी सदियों पुरानी
समय ने संवारा यह देश है
धर्म तो यहाँ जिं़दगी की कला है
कि हर दिल में आशा का दीपक जला है
अंधेरा मिटा है, सदा पथ दिखा है
आँखों का तारा यह देश है
यहाँ जो भी आया गले से लगाया
बहुत बार हमने धोखा भी खाया
अहिंसा से मारा, बही सत्यधारा
सच का दुलारा यह देश है।
यह गुलज़ार गुलशन
यह अपना वतन है
हो सिरमौर-दुनिया का
अपना जतन है
पुजारी अमन का, यह बंधु भुवन का
निर्बल का सहारा यह देश है
वह नभ में लहरता तिरंगा पुकारा
धरा यह हमारी, गगन यह हमारा
यह हक है हमारा, बहे मुक्तिधारा
आज़ादी का नारा यह देश है।