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"हमहूँ कहीं तूहूँ कह s / गुलरेज़ शहज़ाद" के अवतरणों में अंतर
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14:08, 24 जुलाई 2020 के समय का अवतरण
हमहूँ कहीं तूहूँ कह s
हमहूँ बहीं तूहूँ बह s
दुखवा सबके एके बाटे
हमहूँ सहीं तूहूँ सह s
सबके सपना बाँचल रहे
हमहूँ रहीं तूहूँ रह s
भइयारी के हाथ ना छूटे
हमहूँ गहीं तूहूँ गह s
मन से माहुरबह के निकले
हमहूँ महीं तूहूँ मह s
दम्भ अहम के टूटे कोठी
हमहूँ ढहीं तूहूँ ढह s