हम इश्क़ में बरबाद हैं बरबाद रहेंगे
दिल रोयेगा तेरे लिए आँसू न बहेंगे
सीने में छुपा रखेंगे हम राज़-ए-मुहब्बत
हम राज़-ए-मुहब्बत
ऐ जान-ए-वफ़ा तुझ से मुहब्बत न करेंगे
तुझे रुसवा न करेंगे
हम बरबाद रहेंगे...
क़िसमत से शिक़ायत है गिला तुझ से नहीं है
गिला तुझ से नहीं है
तू ने जो दिय दर्द वो हँस हँस के सहेंगे
हम बरबाद रहेंगे ...
ढूँढेंगी न अब तुझ को ये बेनूर निगाहें
ये बेनूर निगाहें
तू सामने भी आए तो देखा न करेंगे
हम बरबाद रहेंगे...