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हरे प्रकाश उपाध्याय/ परिचय

भोजपुर बिहार के एक गांव बैसाडीह थाना पीरो में जन्में हरे प्रकाश उपाध्याय की कवितायें अनेक पत्रिकाओं में प्रकाशित हुयी हैं ये कहानियां भी लिखतें हैं । इन्हे उत्कृष्ट लेखन के लिये अंकुर मिश्र स्मृति पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। इनकी कविताओं में भाव बोध व्यापक है । वह ठेठ ग्रामीण संस्कृति के रीति रिवाजों के रचना संदर्भ में ऐतिहासिक परिवर्तन (क्रान्ति) को चित्रित करने की योग्यता रखते हैं । डॉ0 विश्वनाथ त्रिपाठी जी ने उनके कविता संग्रह खिलाड़ी दोस्त और अन्य कविताएँ / हरे प्रकाश उपाध्याय के प्राक्कथन में हरे प्रकाश उपाध्याय को जमीनी हकीकत का कवि बताया है।

अशोक कुमार शुक्ला--Dr. ashok shukla 09:56, 19 जनवरी 2012 (CST)