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हे प्रभु! जिसको बेटी दो / हरि फ़ैज़ाबादी

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हे प्रभु! जिसको बेटी दो
उसके घर में धन भी दो

ख़ुदा सभी की सुनता है
तुम भी अपनी अर्ज़ी दो

मदद करो या नहीं मगर
राय हमेशा अच्छी दो

जान हँसी की चीज़ नहीं
ख़बर कभी मत झूठी दो

ये भी कोई सौदा है
आसमान लो धरती दो