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हैंडपम्प / मोहित नेगी मुंतज़िर

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ने प्रधान का परताप , गों मा लगी हैण्डपम्प
क्वी त लग्यां झकोला झकोली , क्वी त माना हाईजम्प।
लोगुन खाणि पिणि छोड़ि, पाणी भना कट्ठा होयां
सेरा गौं का धारूँ का , जिकुड़ा भोत खट्टा होयां
बोडी बोनी मैंन त आज , बनठा भोरी ते दिखोण
हैंडपम्प चलोंन बबा,मैं बुडली ते केन सिकोंण
माथि।खोला कु धीरजु बोनु,बोडी तवेते सीखे देन्दु
पर मेते भी गोली भिजोणो,पेली फोजी पवा चेन्दू
धक्का मुक्की होण लगीं, सब्यूँ मा भीबडॉट उठयूँ
केन चले बनठा उन्दू, केकु च डराम फुटयूँ
सेरा दिन रेन लोग , हैंडपंप चलोणा सास मा
ब्याखन व्हैगी रूमक पड़ी, अपणी बारी आस मा।
सभी गेन लोड़ी लोड़ी , अपणा अपणा घोर तक
केन त गुस्सा मा नि पीजेंन, अपणा ब्यायाँ ग्वारु तक
पाणी भनो गेन सुबेर, बनठा, गागरी हाथ मा
जवे लीगी व्होलो उखाड़ी , हैंडपंप रात मा।
जवान छोरन हल्ला करि , बुडली रवेंन डूकरा डुकरि
क़त्तई बुड़यून आपसे मा , करि थोड़ा फूँकरा फहुन्क्री।
क्वी नि बोलू आजा बाद, हैंडपंपा बारा मा।
सभी गेन पाणी भनो, गों का पुराणा धारा मा