Last modified on 9 मार्च 2011, at 14:08

1श्री गणेश - स्तुति (प्रथम पद)/ तुलसीदास

श्री गणेश - स्तुति (प्रथम पद)

गाइये गनपति जगबंदन।
 
संकर सुवन भवानी नंदन।1।

सिद्धि- सदन, गज बदन,बिनायक।

कृपा सिंधु, सुंदर, सब लायक।2।

मोदक-प्रिय , मुद मंगल-दाता।

बिद्या-बारिधि, बुद्धि-बिधाता।3।

मांगत तुलसिदास कर जोरे।

बसहिं रामसिय मानस मोरे।4।