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अंगिका फेकड़ा / भाग - 4

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दहू भगवान गरदौआ झोॅर
बकरी भागतै जैबोॅ घोॅर।


हम्में बाबू मचोल पर
लेद्धोॅ छौड़ा हेठ में।


चान मामू चान मामू खुरपा देॅ।
सेहो खुरपा कथी लेॅ?
घसवा गढ़ावै लेॅ।
सेहो घसवा कथी लेॅ?
गइया खिलावै लेॅ।
सेहो गइया कथी लेॅ?
दहिया जमावै लेॅ।
औंटल गेल, पौटल गेल
कोठी तर जनमायल गेल
जोरन आनै गेलाँ छी गोबर माखी ऐलाँ छी
नया पोखर गोड़ धोलाँ, पोठिया मछली पैलाँ।
चूल्हा लगाँ गेलाँ, पाकै वास्तें देलाँ
चूल्हा में छेलै बुबुआ
सेहो काटलकै बुबुआ।


चाँन मामू, चाँन मामू चाभी देॅ।
सेहो चाभी कथी लेॅ?
घरवा खोलबावै लेॅ।
सेहो घरवा कथी लेॅ?
गेहुँमा निकालै लेॅ।
सेहो गहुँमा कथी लेॅ?
अटवा पिसवावै लेॅ।
से हो अटवा कथी लेॅ?
पुड़िया पकावै लेॅ।
सेहो पुड़िया कथी लेॅ?
भौजो के पटवौ लेॅ।
सेहो भौजो कथी लेॅ?
नूनू के जन्मौ लेॅ।
सेहो नूनू कथी लेॅ?
गुल्ली-डंटा खेलै लेॅ।
गुल्ली-डंटा टूटी गेल
नूनू बाबू रूसी गेल।


नानी गेलौ पानी भरेॅ
भात भेलौ गील
भात नै खैबोॅ भुजा भुजी दे
भुज्जा भेलौ कुटुर-मुटुर
बहू करी दे
बहू भेलौ धुमधाम
टका फेरी दे
टका भेलौ गड़बड़
आबेॅ बेलें पापड़।