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अकेले की नाव अकेले की ओर / शेषनाथ प्रसाद श्रीवास्तव

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अकेले की नाव अकेले की ओर
Akele-ki-naav-akele-ki-or-kavitakosh.jpg
रचनाकार शेषनाथ प्रसाद श्रीवास्तव
प्रकाशक अयन प्रकाशन, 1/20, मेहरौली, नई दिल्ली 110030
वर्ष 2015
भाषा हिन्दी
विषय ओशो को संबोधित मेरे अंतर्भावों का संगुंफन
विधा मुक्त छंद
पृष्ठ 116
ISBN 978-81-7408-837-6
विविध रचना काल: बीसवीं सदी का उत्तरार्द्ध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।