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अजम्मरी पीडा भए, अजम्मरी मनले पिइदिनु / सरुभक्त

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अजम्मरी पीडा भए, अजम्मरी मनले पिइदिनु
खिइनुको हद कहाँ हुन्छ, त्यसलाई नाघी खिइदिनु
प्रेम गर्दा जीवनमा जति निर्दयी प्रहार परे पनि
तिमी हरेक प्रहारमा आँशुको फूल भैदिनु