भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आ केना कऽ हम तऽ ब्याह करबै / मैथिली लोकगीत
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:21, 2 अगस्त 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह=सलहे...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
आ केना कऽ हम तऽ ब्याह करबै
राज तऽ महिसौथामे
आ केना कऽ तऽ बिआह करबै
राज तऽ महिसौथामे ने हय।
आब केना के आइ तऽ बिआह
आब केना के आय बिआह हौ करबौ
सामैरबती हौ दुलहीनियाँ के
आ केना के बिआह करबै
सॉमेरबती दुलहीनियाँ के ने हय।।