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इस्पात की प्रार्थना / बालकृष्ण काबरा 'एतेश' / कार्ल सैण्डबर्ग

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हे ईश्वर, मुझे ठीहे पर रखो।
हथौड़े से पीट-पीट मुझे बना दो सब्बल।
तोडऩे दो मुझे कमजोर पुरानी दीवारों को;
पुरानी नीवों को हिलाने दो, हटाने दो मुझे।

हे ईश्वर, मुझे ठीहे पर रखो।
हथौड़े से पीट-पीट मुझे बना दो नुकीली छड़ें।
ठेल दो मुझे गर्डरों में जो बराबर थामे रखता गगनचुम्बी इमारत को।
लो तप्त-लाल कीलकें और जड़ दो मुझे मुख्य गर्डरों से।
हो जाने दो मुझे बड़ी कील
जो थामकर रखती गगनचुम्बी इमारत को
नीली रातों में श्वेत सितारों तक।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा 'एतेश'