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उस ने सब कुछ सुन के भी न सुना कि आखिर क्या हुआ / मधुभूषण शर्मा 'मधुर'

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                उस ने सब कुछ सुन के भी न सुना कि आखिर क्या हुआ
                बस शुरू से ही कहा बतला कि आखिर क्या हुआ

                मुस्कुरा कर बात वो करता रक़ीबों से रहा
                और अब है पूछता समझा कि आखिर क्या हुआ

                अपने दिल का सब ख़ुलासा उसके आगे कर दिया
                फिर भी उसको चल सका न पता कि आखिर क्या हुआ

                दूर जाना है अगर तो साफ़ कह दे वो मुझे
                मैं भी कह दूंगा उसे चल जा कि आखिर क्या हुआ

                मैं अकेला ही सही चल हौसला रख दिल मेरे
                देख लेंगे क्यूं रहा घबरा कि आखिर क्या हुआ