भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

एक चट्टान के लिए कत्बः / रसूल हम्ज़ातव

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:47, 5 अक्टूबर 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रसूल हम्ज़ातव |अनुवादक=फ़ैज़ अहम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कत्बः<ref>क़ब्र पर लिखा मृत्यु-लेख</ref>

जवांमर्दी उसी रिफ़अत<ref>ऊँचाई</ref> पे पहुँची
जहाँ से बुज़दिली ने जस्त<ref>छलांग मारना</ref> की थी

शब्दार्थ
<references/>