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एक मित्रता / सपन सारन

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किताब खुली
कवि को देखा
कवि ने
आँखें मिलीं
हैरानी हुई
फिर पहचान

विचार — एक की आँख से छलके
दूसरी में चमके।

सदियों को जोड़ती
एक मित्रता हो गई
प्राचीन की
नवीन से ।