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एक ही रे माय का सात लड़का / कोरकू

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

एक ही रे माय का सात लड़का
एक ही रे माय का सात लड़का
सात लड़का रे नगदी फिरीये रे
सात लड़का रे नगदी फिरीये रे
हाथ में कटोरा कांधा में झूलेना लियो बेटा रे नगदी फिरो रे
हाथ में कटोरा कांधा में झूलेना लियो बेटा रे नगदी फिरो रे
असली बेटा असली बाहू रे नगदी फिरो रे
असली बेटा असली बाहू रे नगदी फिरो रे
नगदी से नगदी फिरो रे बेटा मुठी भर ज्वारी मागी फिरो रे
नगदी से नगदी फिरो रे बेटा मुठी भर ज्वारी मागी फिरो रे
कांधा में झूलेना हाथ में कटोरा लियो रे बेटा नगदी फिरो रे
कांधा में झूलेना हाथ में कटोरा लियो रे बेटा नगदी फिरो रे

स्रोत व्यक्ति - शांतिलाल कासडे, ग्राम - छुरीखाल