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कर्णसिंह चौहान / परिचय

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नाम: कर्ण सिंह चौहान

जन्म: 1948 में सिकंदराबाद तहसील के यमुना कछार में बसे गाँव सदरपुर में, जहाँ कई पीढ़ियों पहले राजस्थान से आकर पूर्वज बस गये थे।

उच्च शिक्षा हिन्दू कालेज दिल्ली विश्वविद्यालय से। वहीं से एम लिट और पीएच-डी।
सत्यवती कालेज, दिल्ली में अध्यापन्।
1987 से 1991 तक बीच में चार साल सोफिया विश्वविद्यालय, बुल्गारिया में और
तीन साल हाँकुक विश्वविद्यालय, दक्षिण कोरिया में अतिथी प्रोफेसर।

रचनाएं: लगभग एक दर्जन किताबें लिखी हैं जिनमें आलोचना, यात्रा वृतांत, कहानियां, कविताएं, डायरी,शोधलेख हैं। इनमें आलोचना के नए मान, साहित्य के बुनियादी सरोकार, प्रगतिवादी आंदोलन का इतिहास, युरोप में अंतर्यात्राएं, एक समीक्षक की डायरी और अमरीका के आरपार प्रमुख हैं।

एकमात्र कविता संग्रह’हिमालय नहीं है वितोशा और कहानी संग्रह’यमुना कछार का मन’
सम्प्रति: हाँकुक विश्वविद्यालय, दक्षिण कोरिया में अतिथी प्रोफेसर।
सम्पर्क : Email : karanchauhan@hotmail.com