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का माँगय पाटिल का माँगय ओ / पँवारी

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पँवारी लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

का माँगय पाटिल का माँगय ओ
गाँव की बेटी तू का माँगय।
का दीहे पाटिल का दीहे रे
गाँव की बेटी खऽ का दीहे
का माँगय बेटी तू का माँगय ओ
गाँव को पाटिल आय गयो
का माँगय बेटी तू का माँगय ओ
पाटिल की रनिया आय गई।
लम्बी उमर माँग लेजो ओ नान्ही
धन दौलत मत माँगजो ओ
का माँगय बेटी तू का माँगय ओ
लम्बी उमर तू माँगय ले जो।।
बेटी तू गाँव पाटिल सी काजत माँगनो चाव्हय
तू गाँव की बेटी आय, तोखऽ गाँव को पटेल का दीहे तो माँग ले।