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ख़्वाब का दर बंद है / शहरयार

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ख़्वाब का दर बंद है
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रचनाकार शहरयार
प्रकाशक साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली-110 001
वर्ष 1996
भाषा हिन्दी / उर्दू
विषय शायरी
विधा ग़ज़लें और नज़्में
पृष्ठ 131
ISBN 81-7201-946-7
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

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