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चौरा मा गोंदा रसिया / लक्ष्मण मस्तुरिया

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चौरा मा गोंदा रसिया
मोर बारी म पताल रे

लाली गुलाली रंग छिचत अईबे
राजा मोर छिचत अईबे
छिचत अईबे रसिया
मै रैइथव छेव पारा म पूछत अईबे
पूछत अईबे रसिया

चौरा मा गोंदा रसिया
मोर बारी म पताल रे

परछी दुवारी म ठारेच रइहव
जोड़ी मोर ठारेच रइहव
ठारेच रैइहव रसिया
मन मा घलो मा
दिया ल बरेच रइहव
बरेच रइहव रसिया

चौरा मा गोंदा रसिया
मोर बारी म पताल रे

गली मा आँखी ल बिछाए रइहव
धनी मोर बिछाए रइहव
बिछाए रइहव रसिया
आके म नई लेबे रे रिसाये रइहव
रिसाये रइहव रसिया

चौरा मा गोंदा रसिया
मोर बारी म पताल रे