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जानते बूझते अच्छा ही किया था हमने / सर्वत एम जमाल

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                  साँचा:KKCatGazal

जानते बूझते अच्छा ही किया था हम ने

उनकी बातों पे भरोसा ही किया था हम ने


जाने क्यों उनको बगावत नजर आई इसमें

उनके कदमों पे तो सजदा ही किया था हम ने


अब न दीदार, न आवाज़, न सपने , न उमीद

सिर्फ़ नुकसान का सौदा ही किया था हम ने


यह अलग बात कि आख़िर में हुई मात हमें

वरना माहौल तो पैदा ही किया था हम ने


फूल को फूल न कहते तो भला क्या कहते

लोग कहते हैं कि बेजा ही किया था हम ने