भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

जॉन क्रिश्चियन / परिचय

Kavita Kosh से
Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:21, 27 फ़रवरी 2012 का अवतरण (''''जॉन क्रिश्चियन''' मिशनरी पादरी थे। उपनाम ' [[जॉन क्...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

जॉन क्रिश्चियन


मिशनरी पादरी थे। उपनाम ' जानमधन ' और ' अधमजन ' के नाम से भी जाने जाते हैं । कवि लक्ष्मीनाथ परमहंस के शिष्य । उन्हीं से संस्कृत, हिन्दी और योग की शिक्षा प्राप्त की ।

जन्म

अठारहवीं शताब्दी

निधन: 1883 ईस्वी के आसपास।

जन्म स्थान बिहार , भारत कुछ प्रमुख

कृतियाँ

मुक्तिपदावली / जॉन क्रिश्चियन (ईसामसीह की पद्यमय जीवनी) और सत्यशतक / जॉन क्रिश्चियन (ईश्वर भक्ति, प्रेम और वैराग्य सम्बन्धी 116 भजनों का संग्रह)।