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बादल आया / शकुंतला सिरोठिया
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बादल आया झूम के,
पर्वत चोटी चूम के।
इंद्रधनुष का पहने हार,
ले आया वर्षा की धार!
मेढक राजा मगन हुए,
झिंगुरा के सुख सपन हुए!
कजरी की धुन आती है
नन्ही चिड़िया गाती है!