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बिल्ली मौसी जा जा / बालकृष्ण गर्ग

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बिल्ली बोली-’बिल से बाहर
आ जा चूहे राजा,
लाई हूँ रसगुल्ले ताजा
जल्दी आकार खा जा’।
चूहा बोला- ‘अरी, बंद कर
अपने मुंह का बाजा,
और किसी को दे यह झाँसा
बिल्ली मौसी, जा जा!’
       [रोचक शिशुगीत, सन 2000]