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भांगटोॅ लागलै / रौशन काश्यपायन

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अंघड़-बोहोॅ हसी रहलोॅ छै
धरती आय घसी रहलोॅ छै
पूछै छै आपन्है मनोॅ सें
कि कौनें लुटी लेली लेलकै हमरोॅ मुकुट?
खोजोॅ राम
छौ कन्नें तोर्होॅ
ऊ हरियैलोॅ-भरियैलोॅ चित्रकूट ?