भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
भालू / एस. मनोज
Kavita Kosh से
Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:58, 3 मई 2019 का अवतरण
देखें देखें देखें भालू
उछल कूद अछि कयने चालू
करिया भालू गड़ामे पट्टा
देखहीं लागैत अछि अलबत्ता
मॉथ पर टोपी देहमे अंगा
नाचैत अछि सौंसे दरिभंगा
डमरू जखनहि बाजैत अछि
तखनहि नाच देखाबैत अछि
घूमि घूमि के नाच देखाबय
नाच देखाके पाय कमाबय