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मंच परमे अनेरे धमकलासँ की / नवल श्री 'पंकज'

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मंच परमे अनेरे धमकलासँ की
बहीरक समूहमे बमकलासँ की

पैंच लैयो कऽ चान बँटैत छै इजोत
बन्न तिजौरीमे हीरा चमकलासँ की

कर्मठकें काया लेढायलो तऽ कंचन
निठल्लाक सजि-धजि छमकलासँ की

स्वभावक सुगंध आकर्षित करैछ
गुलाबजलसँ नहाऽ गमकलासँ की

बनि कऽ क्रांतिक धार बहबै "नवल"
डबरा बनि कऽ कतौ ठमकलासँ की