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मेरी मम्मी प्यारी मम्मी / दीनदयाल शर्मा

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मम्मी तू मेरी प्यारी मम्मी
कितनी सीधी सरल तू मम्मी ।

सबसे पहले सुबह नहाती
फिर पूजा की थाली सजाती
धूप ध्यान फिर करके मम्मी
मुझको अपना दूध पिलाती ।

सुबह शाम तू खाना खिलाती
हाथों से तू हमें खिलाती
तुझे कभी न छुट्टी मिलती
लोरी गाकर मुझे सुलाती ।

मैं भी तेरी करूँगा सेवा
अपने हाथों तुझे कलेवा
मिलती रहे आशीषें तेरी
संबलता बढ़ती रहे मेरी ।।