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मैं तुम्हें प्यार करना चाहता हूँ / शैलेन्द्र चौहान

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जब तुम नहीं दे रहे हो ध्यान
छोटी-छोटी बातों पर
बड़ी-बड़ी बातें अनायास
इंद्रधनुषी छटा-सी बिखेरती
मोह रही हैं मन को

क्या हो गया राजनीति को...
मीडिया की भूमिका है मीडियॉकर की
बमबारी बंद कर दी
अमेरिका ने इराक पर
जॉर्ज बुश और लादेन
दो चेहरे हैं एक व्यक्ति के

पोकरण और कारगिल
बताए गए अस्मिता-युद्ध
द्रविड़, सचिन और गांगुली की तिकड़ी
दिला सकती है आसान जीत भारत को
नेलसन मंडेला हो चुके हैं रिटायर
हो चुका है पाकिस्तान में तख्ता पलट
जार्ज, पासवान, शरद यादव
समाजवाद का जनतांत्रिक गठबंधन

इंटरनेट, ई-मेल, टेलिविजन
फेंकी जा रही हैं हर तरफ से सूचनाएँ
वर्ल्ड बैंक, आई एम एफ
फेंक रहे हैं पैसा
विकासशील देशों को
चिंतित हैं वे गति बढ़ानेको
खुले बाज़ार की

आई है महादेशों से
हथियारों की नई किश्त
तीसरी दुनिया के लिए
ज़िद है
तकनालॉजी विकसित करने की

क्यों दिखाई देगा तुम्हें
उड़ीसा का महाचक्रवात
भूकंप भुज में
लील गया हजारों जानें

हवाई सर्वेक्षण, हवाई सहायता
क्या जरूरत अधिक सोचने की

कैसे समझ सकोगे तुम
मेरी आँखें लाल हैं,
सो नहीं पाया रात में
ठीक से

तुम्हें क्या पता
समस्याओं की छोटी-छोटी
हैं कितनी शक्लें
चप्पे-चप्पे पर कितने अभाव
कितनी बदहाली

सूचना अब
पूँजी के प्रभाव से झरती है
पूँजी पर आकर ही
ख़त्म होती है

है मेरी ज़िद
कुछ ऐसा करने की
हों छोटी-छोटी खुशियाँ जिसमें

तुमने कहा
छोटी-छोटी खुशियाँ?
हो जाती हैं हासिल तुरंत
पैसे से

चलो मस्ती करते हैं
फ़िल्म देखते हैं
बार में ठंडी बीयर पीते हैं
फिर चलेंगे नाइट क्लब

चाहते हो ज्यादा खुशियाँ
नंबर है मेरे पास
एक कॉल गर्ल का
चलते हैं ह्युंडई के नए मॉडल में
पाँच सितारा होटल
हर तरफ़ खुशियाँ ही खुशियाँ हैं
हत्याएँ और आत्महत्याएँ भी

खुश थे तुम
हरेक के पास नहीं होती दौलत
नहीं है जिनके पास
रोने के लिए ही बने हैं वे

अपनी छोटी दुनिया और
छोटी-छोटी बातें
मुझे प्रिय हैं बहुत
करना चाहता हूँ
छोटा-सा कोई काम

कुछ ऐसा कि
एक छोटा बच्चा
हँस सके
मारते हुए किलकारी

एक बूढ़ी औरत
कर सके बातें सहज
किसी दूसरे व्यक्ति से
बीते हुए जीवन की

मैं प्यार करना चाहता हूँ
खेतों, खलिहानों
उनके रखवालों को

एक औरत को
जिसकी आँखों में तिरती नमी
मेरे माथे का फाहा बन सके

मैं प्यार करना चाहता हूँ तुम्हें
ताकि तुम
इस छोटी दुनिया के लोगों से
आँख मिलाने के
क़ाबिल बन सको।