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लामणु लान्दरिय किति लामण जाणे / गढ़वाली

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

लामणु लान्दरिय<ref>गानेवाली</ref> किति<ref>कितने</ref> लामण जाणे,
डोडी<ref>पोस्त</ref> के भित्तर किती फीमेर दाणे<ref>दाने</ref>।
लाऊँ<ref>गाऊं</ref> लामण, लाऊँ देवोरा बुंगा,
कोई शुण टीर कोई शुण वाडवा तुंगा।
लाऊँ लामण जाण कीणई जाला

शब्दार्थ
<references/>