भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
वक़्त और मुहब्बत ..... / इमरोज़
Kavita Kosh से
Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:27, 10 जुलाई 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=इमरोज़ |संग्रह= }} [[Category:पंजाबी भा...' के साथ नया पन्ना बनाया)
|
वक़्त और मुहब्बत .....
वक़्त मुहब्बत को
अक्सर
ठहर कर देखता है
पर कभी-कभी
साथ चल कर भी
देख लेता है .......
(अनुवाद: हरकीरत हकीर )