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शिव जी हीरो बनोॅ हो-44 / अच्युतानन्द चौधरी 'लाल'
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सोहर
कृष्ण जनम सुनि लेॅ केॅ बधैया हे आबी गेलै ना
सखि गोकला नगरिया हे आबी गेलै ना
सखि नन्द के दअरिया हे आबी गेलै ना
नन्दजी लुटावये अन धन सोनमा
जसोदा लुटावये सोना के कंगनमा
जसोदा मैया ना सखि सोना के कंगनमा जसोदा मैया ना
नन्दजी झुलावये ललना केॅ पलना
जसोदा मैया ना गावै लोरी के गनमा जसोदा मैया ना।।
सोहर
झूलैछै राम सखि पालना
मातु कोसल्या पलना झुलावैछै गावैछै सुमित्रा माय
रानी कैकेयी पीन्ही के घुंघरु नाचैछै छम छम छम ऐंगना हे सखि पालना
रतन जड़ित सोना के पलनमा लाले लाल रेशम के डोर
सब मिली ललना के पलना छुलावैछै होय केॅ अनन्द विभोर राम सखि पालना।।