भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सभी कहते है अक्सर प्यार में ऐसा भी होता है / चित्रांश खरे

Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:10, 11 जून 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चित्रांश खरे |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सभी कहते है अक्सर प्यार में ऐसा भी होता है
किसी की जीत मेरी हार में ऐसा भी होता है

खुद अपने फैसले मोहताज़ हो जाते है ग़ैरों के
मिलावट से बनी सरकार में ऐसा भी होता है

कहां मुश्किल है रातों रात दौलतमंद हो जाना
सियासत नाम के व्यापार में ऐसा भी होता है

क़सम खाता है जो भी साथ जीने साथ मरने की
छुड़ा ले हाथ वो मझधार में ऐसा भी होता है

भरी महफ़िल में अपने इश्क़ का इज़हार मत करना
कि चुनवा दें तुझे दीवार में ऐसा भी होता है