भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

स्वप्न / लैंग्स्टन ह्यूज़ / श्रीविलास सिंह

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:22, 20 जून 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लैंग्स्टन ह्यूज़ |अनुवादक=श्रीव...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कस कर पकड़ो स्वप्नों को
क्योंकि जब मर जाते हैं स्वप्न
जीवन होता हैं एक पक्षी टूटे हुए पंखों वाला
जो उड़ नहीं सकता ।
 
कस कर पकड़ो स्वप्नों को
क्योंकि यदि खो जाऍँगे स्वप्न
जीवन हो जाएगा एक बंजर भूमि
बर्फ़ से ढँकी हुई ।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : श्रीविलास सिंह

लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
           Langston Hughes
                   Dreams

Hold fast to dreams
For if dreams die
Life is a broken-winged bird
That cannot fly.

Hold fast to dreams
For when dreams go
Life is a barren field
Frozen with snow.