भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हत्‍यारे / कुमार मुकुल

Kavita Kosh से
Kumar mukul (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:41, 26 जून 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कुमार मुकुल |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

 
मन भर 
बम बरसाने के बाद
इजरायल का प्रधान
फिलिस्तीन को
कोरोना का टीका
भेंट करना चाहता है

हत्यारे
हत्यारों के प्रति
उदार हैं आज
या कि उदारता
हत्यारों की शतरंज का
मोहरा है

यह कैसा समय है 
जब दुनिया भर में 
हत्यारे
प्रधान हुए जा रहे

बाइडेन
पुतिन को 'हत्यारा' कहता है 
और मिलकर उसे
सोने का चश्मा भेंट करता है

बाइडेन के कहे पर
इतराता
पुतिन कहता है
के इससे
उसे कोई अंतर नहीं पड़ता
कि कौन उसे क्या कहता है !