भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हिंदू सांसद / असद ज़ैदी

Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:23, 8 नवम्बर 2009 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

आपका पानी बेस्वाद
आपका खाना ख़राब
आपकी ज़बान ग़लीज़
आपकी पोशाक नक़ली
आपका घर बेहूदा
आपका बाहर बेकार
आपकी रूह लापता
आपका दिल मुर्दार
आपका जिस्म आपसे बेज़ार
आपका नौकर भी है आपसे नाराज़
मेरा वोट लिये बग़ैर भी
आप मेरे सांसद हैं
आपको वोट दिये बग़ैर भी
मैं आपकी रिआया हूं

अचानक आमने सामने पड़ जाने पर
हम करते हैं एक दूसरे को
विनयपूर्वक नमस्कार।